भारत ने पांच और रामसर साइटें जोड़ीं,अब कुल संख्या 49 से बढ़कर 54 हुई। - AGRICULTURE

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भारत ने पांच और रामसर साइटें जोड़ीं,अब कुल संख्या 49 से बढ़कर 54 हुई।

 

भारत ने पांच और रामसर साइटें जोड़ीं,अब कुल संख्या 49 से बढ़कर 54 हुई। 

तमिलनाडु में करिकीली पक्षी अभयारण्य, पल्लीकरनई मार्श रिजर्व फॉरेस्ट और पिचवरम मैंग्रोव,
मध्य प्रदेश में साख्य सागर और
मिजोरम में पाला वेटलैंड।



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क्या होती है आद्र भूमि? 

आद्र भूमि एक विशेष प्रकार का पारिस्थितिकी तंत्र का क्षेत्र होता है जहां की जैव विविधता सामान्य की अपेक्षा बहुत अधिक होती है इस क्षेत्र का निर्माण वर्षा के जल भराव के कारण होता है जिससे यहां की भूमि आद्र बनी रहती है जिसके कारण इस क्षेत्र में पक्षियों तथा अन्य जीव-जंतुओं के लिए शरण स्थली बनने के लिए बहुत ही अनुकूल परिस्थितियां पाई जाती है जिससे यहां की जैव विविधता भी बहुत अधिक होती है इनके संरक्षण के लिए इन्हें रामसर का दर्जा दिया जाता है जिससे इनके नष्ट होने को कम किया जा सके इसलिए आद्र भूमि को रामसर का दर्जा दिया जाता है। 



उनमें से तीन तमिलनाडु में और एक-एक मध्य प्रदेश और मिजोरम में हैं
पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को ट्वीट किया, भारत ने अंतरराष्ट्रीय महत्व के पांच और रामसर स्थलों या आर्द्रभूमि को जोड़ा है, जिससे ऐसी साइटों की संख्या 49 से बड़ कर 54 हो गई है।

श्री भूपेंद्र यादव ने ट्वीट किया, "यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 5 और भारतीय आर्द्रभूमियों को रामसर की अंतरराष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि के रूप में मान्यता मिल गयी है।"



आद्र भूमि कुछ इस प्रकार है :-
तमिलनाडु में करिकीली पक्षी अभयारण्य, पल्लीकरनई मार्श रिजर्व फॉरेस्ट और पिचवरम मैंग्रोव,
मध्य प्रदेश में साख्य सागर और
मिजोरम में पाला वेटलैंड।

भारत में भारत में रामसर आर्द्रभूमि कुल 11,000 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है जोकि देश की कुल आर्द्रभूमि का 10% है तथा या देश के 18 राज्यों में फैली हुई है।


The Convention on Wetlands is an intergovernmental treaty that provides the framework for national action and international cooperation for the conservation and wise use of wetlands and their resources.

ramsar.org - ramsar official site

agaxndarejeetfix.blogspot.com

रामसर वह आर्द्रभूमि या नम भूमि हैं, जिन्हें रामसर कन्वेंशन 2 फरवरी 1971 के तहत “अंतर्राष्ट्रीय महत्व” दिया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमियों पर रामसर सम्मेलन विशेष रूप से जलपक्षी आवास के रूप में आर्द्रभूमि के संरक्षण और सतत उपयोग के लिए एक अंतरराष्ट्रीय संधि है। इसे वेटलैंड्स पर कन्वेंशन 1971 के रूप में भी जाना जाता है।











भारत में कुल कितने रामसर स्थल हैं?

भारत में पाए जाने वाले रामसर स्थलों की संख्या कितनी है? 

भारत में कुल अब 54 तक रामसर साइट स्थित है july 2022 के अनुसार। 

26 जुलाई 2022 को पांच अन्य आद्र भूमि को रामसर में स्थान दिया गया तो अब भारत में कुल 54 रामसर साइट हो गई हैं।

नई घोषित 5 रामसर आद्र भूमि निम्नलिखित हैं


तमिलनाडु में 

करिकीली पक्षी अभयारण्य, 

पल्लीकरनई मार्श रिजर्व फॉरेस्ट

 पिचवरम मैंग्रोव,

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मध्य प्रदेश में 

साख्य सागर 

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मिजोरम में

 पाला वेटलैंड।




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Sudheer Bhargav. 


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